Certificate of Search: भार मुक्त प्रमाण-पत्र/12 Sala क्या है, इसकी आवश्‍यकता क्‍याें पड़ती है | How to apply ?

12 Sala | Encumbrance Certificate | भारमुक्त प्रमाण पत्र | Certificate of Search

भार मुक्त प्रमाण-पत्र/12 Sala (Certificate of Search) संपत्ति के पिछले 12 सालों के भार/लोन या मालिकाना हक की जांच रजिस्ट्री विभाग द्वारा करने के पश्चात जारी किया जाता है। इसे Certificate of Search भी कहा जाता है।

भार मुक्त प्रमाण पत्र रजिस्ट्रेशन अधिनियम (1908) की धारा 57 तथा रजिस्टेशन नियम 327 व 328 के अन्तर्गत तहसील के रजिस्ट्री विभाग द्वारा जारी होता है। इस प्रमाण पत्र में संबन्धित सम्पत्ति पर भार है अथवा भारमुक्त (कोई भार नही) है, का विवरण होता है। इसकी आश्यकता आमतौर पर ठेकेदारों को हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के समय तथा जमीन का क्रय-विक्रय करने वाले व्यक्तिों को पड़ती है।

जब कोई व्यक्ति ठेकेदारी करने हेतु अपनाा दस्तावेज तैयार करता है, तब उसे अन्य प्रमाण पत्रों के साथ-साथ हैसियत प्रमाण पत्र की भी जरूरत पड़ती है। जब वह हैसियत प्रमाण पत्र हेतु किसी आईलाईन सेंटर पर अपना आनलाईन आवेदन करवाने पहुंचता है तो उससे पैनकार्ड, आधार कार्ड, खतौनी के साथ-साथ भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला की मांग की जाती है।

इस प्रकार से हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने वाले व्यक्ति को भी भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला (Certificate of Search) की जरूरत होती है। जब किसी जमीन की रजिस्ट्री करायी जाती है तो उस भूमि पर कोई लोन है या नही, क्या वह सम्पत्ति पट्टे पर तो नहीं दी गयी है या फिर वह बंधक तो नहीं है। इसकी जांच भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला (Certificate of Search) बनवाने की प्रक्रिया में उप‍ निंबंधक कार्यालय द्वारा किया जाता है।

12 साला प्रमाण पत्र जारी करने से पूर्व भूमि से संबन्धित पिछले 12 सालों का रिकार्ड रजिस्ट्री विभाग/उपनिबंधक कार्यालय द्वारा अवलोकर कर जमीन की वास्तिक स्थिति का पता लगाया जाता है। भूमि पर भार⁄लोन, पट्टा, मालिकाना हक आदि की सम्पूर्ण जांच करने के पश्चात तहसील मुख्यालय स्थित रजिस्ट्री विभाग/निंबधन कार्यालय द्वारा भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला जारी किया जाता है। इसकी सभी प्रक्रियाएं आनलाईन रूप से IGRS UP पोटर्ल पर पूरी की जाती हैं।

भारमुक्‍त प्रमाण पत्र का अवेदन शुल्‍क १००/- रूपया है। जिसे आनलाईन आवेदन करते समय भुगतान करना आवश्‍यक होता है। बिना भुगतान के आवेदन पत्र पूर्ण नहीं माना जाता है। आवेदन शुल्‍क के भुगतान के बाद उसकी रसीद की डाउनलोड कियाा जा सकता है।

Headlines

IGRS UP के प्रमुख बिन्दु

विभाग का नामStamp And Registration Department, Uttar Pradesh
योजना की प्रमुख सेवायेंभारमुक्त प्रमाणपत्र /बारह साला, सम्पत्ति पंजीकरण‚ पंजीकृत लेखपत्र का प्रमाणपत्र‚ विवाह पंजीकरण‚ विलेखों की प्रमाणित प्रतिलिपि‚ ई–स्टैम्प सत्यापन आदि
लाभार्थीउत्त प्रदेश राज्य के निवासी
आधिकारिक बेबसाईटhttps://igrsup.gov.in/
भारमुक्त प्रमाण पत्र/Non Encumbrance CertificateOnline Apply
विवाह पंजीकरणOnline Apply
सम्पत्ति पंजीकरणOnline Apply

IGRS UP पर मिलने वाली सेवाओं हेतु डायरेक्ट लिंक

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पोषित बेबसाईटों की श्रृंखला में IGRS UP का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। https://igrsup.gov.in/ एक ऐसी बेबसाईट है जो सरकार को अन्य विभागों की अपेक्षा सबसे अधिक रेवेन्यू प्रदान करता है। IGRS UP पोर्टल पर सम्पत्ति पंजीकरण की सुविधा के साथ ही विवाह पंजीकरण एवं भारमुक्त प्रमाण पत्र जैसी सुविधाओं हेतु आनलाईन आवेदन किया जा सकता है।

IGRS UP पोर्टल पर अन्य महत्वपूर्ण सरकारी बेबसाईटों का सीधा लिंक भी प्रदान किया गया है। हम अपने पाठकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए IGRS UP पोर्टल पर चल रही अतिमहत्वपूर्ण सेवा भारमुक्त प्रमाण पत्र⁄ Non Encumbrance Certificate पर विस्तृत रूप से चर्चा करने के साथ ही भारमुक्त प्रमाण पत्र⁄ Non Encumbrance Certificate, विवाह पंजीकरण एवं सम्पत्ति पंजीकरण हेतु सीधा लिंक प्रदान कर रहे हैं। लिंक पर क्लिक करने के साथ ही सीधे उन सेवाओं के आवेदन पेज पहुंच सकते हैं।

IGRS UP मिलने वाली प्रमुख सेवाओं का सीध लिंक नीचे दिया गया है। आप चाहें तो दिये गये बटन पर क्लिक करें सीधे आवेदन कर सकते हैं।

12 Sala/भार मुक्त प्रमाण-पत्र का प्रयोग कहाँँ होता है?

भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला का प्रयोग मुख्‍य रूप से निम्‍नलिखित कार्यों के लिए किया जा सकता है-

Certificate of Search
Certificate of Search
  1. जब आप बैंक से लोन प्राप्त करना चाहते हैं या KCC (Kisan Credit Card) बनवाना चाहते है, तो आपको खतौनी के साथ-साथ भार मुक्‍त प्रमाण-पत्र/बारह साला की जरूरत पड़ेगी।
  2. किसी जमीन पर मकान बनवाने से पूर्व जमीन का नक्शा बनवाने की जरूरत होती है। सरकारी नक्शा पास कराने केे लिए भी आपको खतौनी के साथ-साथ बारह साला/भारमुक्त प्रमाण पत्र प्रस्‍तुत करना होता है।
  3. हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के दौरान आपको पैनकार्ड, आधार कार्ड, फोटो तथा खतौनी के साथ-साथ बारह साला/भारमुक्त प्रमाण भी देना होता है। इसके अभाव में हैसियत प्रमाण पत्र आनलाईन नहीं हो सकता है।
  4. किसी जमीन की रजिस्ट्री करवाते समय आप से बारह साला/भारमुक्त प्रमाण की मांग की जाती है, जिससे जमीन की वास्तविक स्थिति का पता चल जाता है।
  5. भार मुक्त प्रमाण पत्र से सम्पत्ति पर कोई लोन हैॽ अथवा नहीं इस बात का पता चलता है।
  6. सम्पत्ति बंधक है अथवा पट्टे पर ली गयी है, इसकी जानकारी भी भारमुक्त प्रमाण पत्र से होती है।
  7. यदि जमीन का कुछ भाग विक्रय किया गया है तो उसकी भी जानकारी भारमुक्त प्रमाण पत्र से हो जाती है।
  8. जिस सम्पत्ति का क्रय–विक्रय किया जा रहा है, उस सम्पत्ति को किसने कब–कब खरीदा अथवा बेचा गया है? इसकी भी जानकारी इस प्रमाण पत्र से मिलती है।
  9. सम्पत्ति का खारिज दाखिल हुआ है अथवा नहींॽ इसका पता भार मुक्त प्रमाण पत्र से लगाया जा सकता है।

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भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला से लाभ

  1. इस प्रमाण पत्र के जरिये आप यह पता लगा सकते हैं कि सम्पत्ति का वास्तविक मालिक कौन है।
  2. बारह साला/भारमुक्त प्रमाण प्रस्तुत कर आसानी से अपनी सम्पत्ति का नक्शा बनवा सकते हैं।
  3. जमीन खरीदने अथवा बिक्री के दौरान आप बारह साला/भारमुक्त प्रमाण के माध्यम से पिछले 12 में जमीन का मालिकाना हक किसके-किसके पास रहा है, पता लगा सकते है तथा रजिस्ट्री के दस्तावेज में लगाकर बैनामा या रजिस्ट्री आसानी से करा सकते हैं।
  4. बारह साला/भारमुक्त प्रमाण बैंक को प्रस्तुत कर आप अपनी सम्पत्ति पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।
  5. KCC (Kisan Credit Card) बनवाते समय भी बैंक द्वारा आपसे भारमुक्त प्रमाण पत्र की मांग की जाती है।

भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला कहाँ से बनवायें ?

  • पूर्व में बारह साला/भारमुक्त प्रमाण प्राप्त करने के लिए आपको रजिस्ट्री विभाग में आफलाईन आवेदन करना होता था। आवेदन करने के 4 से 5 दिन पश्चात आपको बारह साला/भारमुक्त प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता था।
  • लेकिन अभी उत्तर प्रदेश सरकार ने आफलाईन आवदेन के माध्यम से बारह साला/भारमुक्त प्रमाण के लिए आवेदन स्‍वीकार करना बंद कर दिया है। सिर्फ आनलाईन आवेदन करने के पश्चात ही बारह साला/भारमुक्त प्रमाण प्राप्त किया जा सकता है।
  • आनलाईन आवेदन के माध्यम से आसानी से बारह साला/भारमुक्त प्रमाण बनवाया जा सकता है। आप चाहे तो स्वयं भी बारह साला/भारमुक्त प्रमाण के लिए आनलाईन आवेदन कर सकतै हैं।

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बारह साला/भारमुक्त प्रमाण पत्र आनलाईन आवेदन कैसे करें ?

  • सबसे पहले निबंधन कार्यालय की आफिसियल बेबसाईट पहले igrsup.gov.in/ पर जायें।
  • होम पेज पर पहुंचने के बाद आपको स्क्रीन के नीचे बाये तरफ भारमुक्त प्रमाणपत्र/बारह साला के लिए आवेदन करने का विकल्प प्राप्त होगा। आप आवेदन करें पर क्लिक करें।
  • अब आपके सामने नवीन आवेदन प्रपत्र भरे का विकल्प प्राप्त होगा। आप नवीन आवेदन प्रपत्र भरे के विकल्प पर क्लिक करें। (यहां आप आवेदन पत्र कैसे भरना है का मैनुअल भी प्राप्त होगा, आप चाहे तो डाउनलोड कर अवलोकर करते हैं)
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  • एक नया पेज खुलेगा। यहां आपको आवेदनकर्ता का विवरण (नाम, पिता का नाम, पता, मोबाईल नं0 एवं ईमेल) भरना होगा। इसके बाद आगे बढ़े आप्शन पर क्लिक करें।
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  • अब आप सम्पत्ति का विवरण (जनपद का नाम, तहसील का नाम, स्थानीय उपनिबंधक कार्यालय, मोहल्ला/गांव का नाम, परगना को सेलेक्ट करें।
  • तलाश की अवधि में प्रारम्भ दिनांक और अंतिम दिनांक में 12 का अंतराल की तिथि सेलेक्ट करें, इतना करने के बाद आपके सामने 100 रूपये का पंजीकरण शुल्क शो करेंगा, सम्पत्ति के प्रकार जैसे कृषि, आवासीय, व्यवसायिक या आद्योगिक को सेलेक्ट कर उसका विवरण पता सहित भरे) भरे। इतना करने के बाद आगे बढ़े पर क्लिक करें।
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  • अब आपके सामने अब तक भरे गये फार्म को पूर्वावलोकन करने हेतु निर्देशित किया जायेगा। यहां आप भरे गये विवरण को भंलिभाति चेक करके घोषणा पत्र को चेक (सेलेक्ट) कर सबमिट पर क्लिक कर दें।
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  • यहा आपके सामने एक नया पेज ओपन होगा। जहां आपको आवेदन संख्या और पासवर्ड प्राप्त होगा। इसे नोट करके रख ले और नीचे दिये गये आनलाईन भुगतान करें वाले आप्शन पर क्लिक करके भुगतान कम्पलीट कर दें। 100 रूपये का भुगतान कम्पीट होने के बाद आपको पेज के नीचे की तरफ दिये गये भुगतान पावती डाउनलोड कर लें।
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  • भुगतान करने के 7वें दिन प्रमाण पत्र पावती/सत्यापन पर क्लिक करके अपना आनलाईन प्रमाण पत्र डाउनलोड कर लें।

Encumbrance Certificate संक्षेप में?

जब भी आप प्रापर्टी खरीदेन के लिए जाते हैं‚ तो आप यह सुनिश्चित करते है कि विक्रेता ही उस प्रापर्टी का वास्तविक मालिक है। क्रेता को यह प्रापर्टी खरीदते समय यह डर होता है कि वह प्रापर्टी खरीदते समय कहीं फ्राड यानी धोखे का शिकार न हो जाय। कोई विवादित प्रापर्टी न खरीद ले। इन सभी चींजों से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिएॽ यही इस टॉपिक का मूल विषय है।

आपको यह सब जानने के लिए पता होना चाहिए कि encumbrance certificate क्या हैॽ किस प्रकार का विवाद तीसरे पक्ष द्वारा हो सकता हैॽ इस टॉपिक के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करने की कोशिश हम इस पोस्ट में करने वाले हैं। सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि-

Encumbrance certificate का मतलब क्या होता हैॽ

Encumbrance को अगर साधारण भाषा में कहा जाय तो यह उपयुक्त होगा कि सम्बन्धित प्रापर्टी पर किसी प्रकार का कोई क्लेम या चार्ज तो नहीं हैं। अब क्लेम या चार्ज किस प्रकार का हो सकता हैॽ तो मान लिजिए कि पापर्टी पर कोई लोन है तो उस पापर्टी पर बैंक का चार्ज हो सकता है। प्रापर्टी पर किरायेदार होने की स्थिति में प्रापर्टी को तुरन्त नहीं बेचा जा सकता है। या फिर सम्पत्ति पर कोई कर बकाया है तो यह भी सम्पत्ति पर एक प्रकार का चार्ज हो सकता है।

तो इस प्रकार के encumbrance प्रापर्टी पर होने पर प्रापर्टी की वैल्यू यानी मूल्यांकन कम हो जाता है। इसके साथ उस प्रापर्टी को बेचना भी मुश्किल हो जाता है। यहां यह बिल्कुल न समझे की किसी प्रापर्टी पर encumbrance होने की स्थिति में उसका मालिकाना हक बदल जायेगा। लेकिन हाँ इतना जरूर है कि जब भी उस प्रापर्टी को बेचा जायेगा तो उससे पूर्व उस प्रापर्टी पर जो भी चार्ज⁄बकाया है उसे पहले जमा करना होगा।

यहां एक बात पर गौर करना आवश्यक है कि कुछ प्रकरण में यदि प्रापर्टी पर Encumbrance है‚ तो प्रापर्टी को बेचना ही मुश्किल होता है। जैसे उक्त प्रापर्टी पर कोई केस या मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है‚ तो ऐसी स्थिति में प्रापर्टी नहीं बेची जा सकती है। इतना कुछ जानने के बाद आपको तो समझ आ रही गया होगा कि encumbrance का महत्व कितना है और इसे जानना इतना महत्वपूर्ण क्यों हैॽ

Encumbrance के प्रकार–

  • Financial Encumbrance
  • Non Financial Encumbrance

Financial encumbrance के अन्तर्गत बैंक लोन‚ प्रापर्टी पर लीज होना‚ प्रापर्टी टैक्स बकाया होना‚ बिजली बिल बकाया‚ पानी बिल बकाया‚ पार्किंग चार्ज‚ मकान बनवाते समय कन्ट्रैक्टर का भुगतान नहीं होने की स्थिति में आदि विषय आते हैं।

Non Financial encumbrance वे मामले आते हैं जो निम्न है– प्रापर्टी पर कोई Legal Deed हुई हो- जो प्रापर्टी मालिक को पता ही न हो‚ प्रापर्टी पर लंबित मुकदमा होना‚ प्रापर्टी पर सीवर लाईन‚ वाटर लाईन‚ गैस पाईप लाईन पास होने की स्थिति जैसे विषय शामिल होते हैं।

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Encumbrance Certificate सर्टिफिकेट क्या है?

Encumbrance Certificate से किसी प्रापर्टी के मालिकाना हक का पता चलता है। यह एक आवश्यक दस्तावेज होता है‚ जो प्रापर्टी को खरीदने से पूर्व खरीदार को प्रापर्टी से संबन्धित सभी आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध करा देता हैं। जैसे यह प्रापर्टी पर मालिकाना हक किसका हैॽ

पूर्व में कौन–कौन से लोग इस प्रापर्टी के मालिक रह चुके हैं। अब प्रापर्टी को कुल कितनी बार खरीद–बिक्री की गयी हैॽ खरीदी जाने वाले प्रापर्टी पर किसे अन्य ने कोई क्लेम तो नहीं किया हैॽ या प्रापर्टी के उपर कोई लोन बकाया आदि तो नहीं हैॽ इन सभी सवालों का जबाब Encumbrance Certificate से मिल जायेगा।

Encumbrance Certificate के कुल 07 पृष्ठों में उपरोक्त सवालों का सभी जबाब मिलता है। एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट को फार्म 16 पर जारी किया जाता है। Encumbrance Certificate के माध्यम से प्रापर्टी खरीदने वाले व्यक्ति को प्रापर्टी के वास्तवितक मालिक का पता चल जाता है।

इसके साथ ही संबन्धित प्रापर्टी पर यदि बैंक से कर्ज लिया गया होगा‚ तो वह भी पता चल जायेगा। क्रय की जाने वाली भूमि पर कोई कोई कानूनी विवाद होने की स्थिति का पता Encumbrance Certificate से लगाया जा सकता है। 

इस प्रकार से Encumbrance Certificate प्रापर्टी खरीददार को किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या कानूनी अड़चन में फंसने से बचाती है तथा प्रापर्टी की वास्तविक स्थिति से अवगत कराती है। Non Encumbrance Certificate को भारमुक्त प्रमाण पत्र के नाम से भी जाना जाता है।

भार मुक्‍त प्रमाण पत्र एवं Non-Encumbrance Certificate सर्टिफिकेट क्या अन्‍तर है?

भारमुक्‍त प्रमाण पत्र एवं Non-Encumbrance Certificate दोनो एक ही है। भार मुक्‍त प्रमाण पत्र को अंग्रेजी में Non-Encumbrance Certificate कहा जाता है, इसके माध्‍यम से किसी प्रॉपर्टी के स्‍वामी के मालिकाना हक, लोन एवं उस पर अधिकार को समझा जा सकता है। उक्‍त प्रमाण पत्र की मांग बैंक द्वारा ऋण लेने वाले व्‍यक्ति से किया जाता है, एवं लोन लेने एवं भूमि का स्‍थानान्‍तरण करने से पूर्ण यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्‍यक होता है कि जमीन पर किसका मालिकाना हक है एवं क्‍या उक्‍त भूमि पर किसी प्रकार का भार/लोन है या नही।

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Encumbrance Certificate का महत्व

यदि आप प्रापर्टी खरीदने जा रहे हैं या फिर खरीदने का मन बना रहे हैं तो Encumbrance Certificate आपके बहुत काम का दस्तावेज है। इसकी आवश्यकता किन–किन कार्यों में पड़ती हैंॽ चलिए इस पर चर्चा करते हैं। 

  • किसी प्रापर्टी को खरीदने से पूर्व Encumbrance Certificate का विशेष महत्व है। इससे प्रापर्टी के स्वामित्व के साथ ही अन्य प्रापर्टी पर अन्य किसी के द्वारा किया गया दावा‚ कानूनी विवाद सहित अब कितने लोगों द्वारा इस प्रापर्टी को बेचा एवं खरीदा गया है‚ लगभग 10 से लेकर 30 सालो तक का रिकार्ड इस सर्टिफिकेट मे दर्ज किया जाता है। 
  • यदि आप अपने निजी प्रापर्टी पर बैंक से ऋण हेतु आवेदन करते है तो बैंक द्वारा Encumbrance Certificate या भार मुक्त प्रमाण पत्र  (Certificate of Search) की मांग की जाती है। 
  • होम लोन प्रदान करने से पूर्व बैंक द्वारा Encumbrance Certificate की मांग की जाती है। Encumbrance Certificate होने की स्थिति में बैंक आसानी से लोन उपलब्ध करा देते हैं।
  • सम्पत्ति का विक्रय करने से पूर्व खरीददार द्वारा Encumbrance Certificate की मांग की जा सकती है। 

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12 Sala⁄भारमुक्त प्रमाण पत्र एवं Encumbrance Certificate में अंतर

  • भारमुक्त प्रमाण पत्र एवं Non Encumbrance Certificate दोनों एक ही है। भारमुक्त प्रमाण पत्र को अंग्रेजी में Non Encumbrance Certificate कहा जाता है।
Search Certificate Or Encomebrance Certificate
  • भारमुक्त प्रमाण पत्र (Non Encumbrance Certificate) में पिछले 12 वर्ष का रिकार्ड की समीक्षा कर प्रमाण पत्र जार किया जाता है। इसे फार्म 29 पर जारी किया जाता है।
  • वहीं Encumbrance Certificate में पिछले 30 सालों का रिकार्ड दर्ज होता है तथा इसमें पृष्ठों की संख्या 07 होती है। इसे फार्म 16 पर जारी किया जाता है।

दोस्‍तों भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला के लिए आवेदन करना बहुत ही आसान है। आप चाहे तो स्‍वयंं भी उपर दिये गये स्‍टेप्‍स को फालो करते हुए भार मुक्त प्रमाण-पत्र/बारह साला के लिए आवेदन कर सकते हैंं। आशा करता हॅूं कि आपको यह आर्टिकल पसन्‍द आया होगा। पोस्‍ट से संबन्धित किसी भी सुझाव के लिए हमे कमेंट या ईमेल आवश्‍य करें। धन्‍यवाद।

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IGRS UP FAQ’s

भार मुक्त प्रमाण हेतु कहाँ आवेदन करेंॽ

भारमुक्त प्रमाण पत्र (Non Encumbrance Certificate) हेतु IGRS UP पोर्टल पर जाकर आनलाईन आवेदन करें।

IGRS UP पोर्टल पर किन सुविधाओं का लाभ मिलेगाॽ

IGRS UP पोर्टल पर विवाह पंजीकरण हेतु आनलाईन आवेदन की सुविधा‚ भारमुक्त प्रमाण पत्र (Non Encumbrance Certificate) एवं संपत्ति पंजीकरण हेतु आनलाईन सुविधा उपलब्ध है।

Bhar Mukt Online कैसे करेंॽ

भार मुक्त प्रमाण पत्र को बारह साला प्रमाण पत्र कहा जाता है। भारमुक्त प्रमाण पत्र आनलाईन करने की विधि जानने के लिए इस पोस्ट को ध्यानपूवर्क पढ़ें। गारंटी है कि इस पोस्ट का अध्ययन करने के बाद स्वयं भार मुक्त प्रमाण पत्र बहुत ही आसानी से आनलाईन किया जा सकता है।

Bhar Mukt Certificate क्या हैॽ

भार मुक्त प्रमाण पत्र तहसील के रजिस्ट्री विभाग द्वारा जारी किया जाता है। Bhar Mukt Certificate में पिछले 12 सालों के मालिकाना का विवरण होता है। इसके साथ ही भूमि⁄सम्पत्ति पर भार⁄लोन है अथवा भारमुक्त (कोई लोन नहीं) है, का विस्तृत विवरण दर्ज होता है।

Bhar Mukt Certificate Meaning In English

Bhar Mukt Certificate को अंग्रेजी में Certificate of Search कहा जाता है।

Bhar Mukt Praman Patra क्या हैॽ

Bhar Mukt Praman Patra को बारह साला एवं Certificate of Search भी कहा जाता है। जिसमें सम्पति से सम्बन्घित पिछले 12 वर्षो का विवरण दर्ज होता है। सम्बन्धित सम्पत्ति पर पिछले 12 सालों में लोन⁄भार या मालिकाना हक किसके पास था या है, इन सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए भार मुक्त प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। Bhar Mukt Praman Patra प्राप्त करने के लिए आनलाईन आवेदन करना होता है। इसके बाद तहसील स्तर पर रजिस्ट्री विभाग द्वारा सम्पत्ति का पिछले 12 सालों का रिकार्ड चेक करने के बाद जारी कर दिया जाता है। Bhar Mukt Praman Patra का आनलाईन आवेदन शुक्ल 100 रूपया होता है।

भार मुक्‍त प्रमााण पत्र आवेदन के कितने दिन बाद मिलता है?

रजिस्‍ट्रार महोदय के कार्यालय में आवेदन करने बाद या फिर आनलाईन आवेदन करने के एक से दो सप्‍ताह के अन्‍दर भारमुक्‍त प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है।