भूमि मुक्ति पत्र pdf up की आवश्यकता एवं उसका प्रयोग कहाँ और कैसे करना है‚ इसकी पूरी जानकारी यहां मिलेगी। मित्रों इस पोस्ट में भूमि मुक्ति पत्र के विषय में बात करने वाले हैं‚ उत्तर प्रदेश में भूमि मुक्ति पत्र की आश्यकता क्यों पड़ती है एवं इसका प्रयोग कैसे किया जाता हैॽ किसान भाईयों द्वारा जब किसान क्रेडिट कार्ड का पैसा जमा कर दिया जाता हैं‚ तब बैंक में खुला हुआ KCC का खाता बंद हो जाता है। लेकिन इसके बाद भी आपका खेत⁄भूमि खतौनी में बंधक ही दिखायी देता है।
खतौनी में बंधक दिखायी दे रही भूमि को बंधक मुक्त कैसे कराना हैंॽ क्या खेत को बंधक मुक्त कराना आवश्यक होता हैॽ खेत को बंधक मुक्त कराने के लिए किन–किन दस्तावेजाें की आवश्यकता पड़ेगीॽ इस भी प्रश्नों का उत्तर इस पोस्ट में आपको मिल जायेगा।
भूमि मुक्ति पत्र pdf up की आवश्यकता
गौरतलब है कि किसान भाई अपनी खेती किसानी से सम्बन्धित जरूरतों को पूरा करने के लिए समय–समय पर बैंक से ऋण प्राप्त करते रहते हैं। खेत एवं फसल पर दिये जाने वाला ऋण किसान क्रेडिट कार्ड के अन्तर्गत प्रदान किया जाता है। जब बैंक द्वारा किसान का ऋण स्वीकृत करके केसीसी बनाया जाता है‚ उसके बाद बैंक द्वारा जिस भूमि पर लोन दिया गया होता है‚ उसका भूमि का गाटा नंबर एवं खाता नंबर तथा जितने हेक्टेयर भूमि पर लोन दिया गया है‚ के विवरण का दस्तावेज दो प्रति में बनाकर तहसील स्थित रजिस्टार महोदय एवं तहसीलदार महोदय को भेज कर बैंक के पक्ष में बंधक करने हेतु निवेदन किया जाता है।
इसके बाद तहसीलदार महोदय के आदेश पर किसान की भूमि बैंक के पक्ष में बंधक कर दी जाती है तथा केसीसी चलता रहता है। आगे चलकर इस ऋण को जब किसान द्वारा बैंक में जमा कर दिया जाता है‚ तब बैंक द्वारा संबन्धित किसान का किसान क्रेडिट कार्ड खाता बंद कर दिया जाता है। इसके बाद जब किसान अपने खेत की खतौनी को निकलवाता है‚ तब भी उसके खतौनी में खेत बंधक ही दिखालाई पड़ता है। इस स्तर पर किसान को भूमि मुक्ति पत्र pdf up की आवश्यकता अपनी भूमि को बंधक मुक्त कराने हेतु पड़ती है।
खेत को बंधक मुक्त नहीं कराने पर होने वाली समस्या
किसान क्रेडिट कार्ड का लोन जमा करने के बाद भूमि को बंधक मुक्त नहीं कराये जाने पर किसानों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जो निम्नवत है–
- बंधक मुक्त नहीं कराने की स्थिति में जब भी इन्तखाप⁄खतौनी निकाली जाती है तो खतौनी में बंधक होने का आदेश दिखायी पड़ता है। जिसमें यह लिखा रहता है कि आपने कौन से बैंक से कितना कर्ज और कब लिया है।
- बंधक होने की स्थिति में भूमि का विक्रय नहीं किया जा सकता है‚ यदि किसी तरह कर भी दिया तो जब तक भूमि को बंधक मुक्त नहीं कराया जाता है‚ तब तक भूमि का दाखिल खारिज नहीं होगा।
- जब किसी व्यक्ति का जमानत कराया जाता है तो उस समय जमानत पड़ने वाला वयक्ति अपनी खतौनी को कोर्ट में जमा करता है। बंधक होने की स्थिति में कोर्ट जमानत देने से मना कर सकता है। कोर्ट बंधक मुक्त खतौनी⁄इंतखाफ की मांग कर सकता है। ऐसे में इस प्रकार की खतौनी का इस्तेमाल जमानत लेने में नहीं किया जा सकता है।
- भूमि बंधक होने की स्थिति में किसी प्रकार का एग्रीमेंट करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। दूसरा पक्ष आपसे कहा सकता है कि पहले आप अपने भूमि को बंधक मुक्त करायें इसके बाद एग्रीमेंट करायें।
- बंधक दिखायी दे रही भूमि पर लोन नहीं लिया जा सकता है।
उपरोक्त सभी समस्याओं का सामना किसानों काे करना पड़ सकता है। इसलिए आवश्यक है कि किसान भाई किसान क्रेडिट कार्ड का लोन जमा करने के बाद खतौनी को समय से बंधक मुक्त करा लें। ताकि विपरीत समय पर समस्याओं का सामना न करना पड़ें।
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बंधक भूमि को बंधक मुक्त कैसे करायें
बंधक भूमि को मुक्त कराने के लिए कुछ आवश्यक कार्य करने होते हैं‚ जो निम्न है–
- सबसे पहले निर्धारित शुल्क का स्टैम्प पेपर जो कि बैक के नाम से होगा‚ तहसील जाकर स्टैम्प वेंडर से बिक्री करा कर खरीद लें। सामान्यतः 220/- रूपये का लगता है लेकिन स्टाम्प खरीदने से पूर्व बैंक से कन्फर्म कर लें। अब दो सेट में बन्धक मुक्ति पत्र एवं खरीदे गये स्टैम्प को बैंक के शाखा प्रबन्धक के पास ले जाकर जमा कर दें तथा उन्हें बताये कि उन्होंने बैंक से लिये गये लोन को जमा कर दिया है‚ बंधक मुक्ति पत्र जारी करने की कृपा करें।
- अब बैंक भूमि मुक्ति पत्र पर सभी आवश्यक जानकारी जैसे आपने कब और कितना लोन लिया थाॽ आप द्वारा कब लोन को जमा करके लोन समाप्त कर दिया हैॽ बंधक रही भूमि का गाटा संख्या‚ खाता संख्या एवं कितने हेक्टेयर भूमि को बैंक के पक्ष में बंधक रखा गया थाॽ सभी विवरण दर्ज करके बैंक के शाखा प्रबन्धक अपना हस्ताक्षर एव मुहर लगाकर आपको देंगे।
- इसके बाद आपको तहसील में जाकर एक प्रति रजिस्ट्रार कार्यालय एवं एक प्रति तहसीलदार कार्यालय में जमा कर देना है।
- इसके तीन दिन के बाद तहसीलदार महोदय के आदेश के द्वारा आपके भूमि को बंधक मुक्त कर दिया जाता है। एक आदेश आपके इंतखाफ⁄खतौनी में एक आदेश के रूप में दर्ज किया जाता है‚ जिसमें यह लिखा होता है कि भूमि को बंधक मुक्त किया जाता है। आदेश में बैंक के नाम के साथ दिनांक भी अंकित रहता है।
बंधक मुक्त कराने हेतु लगने वाले दस्तावेज
खेत को बंधक मुक्त कराने हेतु नीचे दिये गये दस्तावेजाें को लगाना होता है‚ जो निम्न है–
- भूमि मुक्ति पत्र की दो प्रति
- निर्धारित स्टाम्प शुल्क (220/- रूपये का)
- खतौनी
- आधार कार्ड
नोट– निर्धारित स्टाम्प शुल्क की जानकारी बैंक से कर लें अथवा बैंक के पैनल एडवोकेट से पूछ लें।
उक्त सभी कार्य व्यक्ति स्वयं कर सकता है। लेकिन समय न रहने की स्थिति में किसी अधिवक्ता की सहायता से भी उक्त कार्य को कराया जा सकता है।
FAQ’s – भूमि मुक्ति पत्र pdf up
भूमि मुक्ति पत्र pdf up की आवश्कता क्या हैॽ
पूर्व में किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन को जमा करने के पश्चात सम्बन्धित भूमि को बंधक मुक्त कराने हेतु भूमि मुक्ति पत्र pdf up की आवश्यकता पड़ती है।
भूमि बंधक मुक्त कराने के लिए आवश्यक दस्तावेज
भूमि मुक्ति पत्र pdf up की दो प्रति प्रिंट करा लें। उसके साथ आवश्यक स्टाम्प एवं खतौनी तथा आधार कार्ड संलग्न कर लें। फिर बैंक में जाकर शाखा प्रबन्धक के पास जमा कर दें।
खेत को बंधक मुक्त नहीं कराने पर क्या होगाॽ
1- जमीन की बिक्री करने पर समस्या होगी। 2- जमीन का किसी अन्य पक्ष के साथ एग्रीमेंट नहीं होगा। 3- भूमि बंधक होने पर किसी वयक्ति का जमानत नहीं लिया जा सकेगा। 4- बंधक भूमि पर लोन नहीं मिलेगा।