- Main Difference Between Debit And Credit Card : बैंकिग के क्षेत्र में क्रेडिट कार्ड और डेबिट ( Debit and Credit card ) कार्ड का बहुत महत्व होता है। देखने में भी दोनों एक जैसे ही दिखई देते हैं।
- लेकिन दोनों के महत्व में काफी अन्तर है। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड में प्रमुख समानताएं और अन्तर क्या हैं, आगे हम विस्तारपूर्वक समझेंगे। ATM (Automatic Trailer Machine) की क्रान्तिकारी खोज 1967 में भारत में की गयी थी।
- इससे न सिर्फ बैंको की भीड कम होने लगी अपितु सप्ताह के 7 दिन और साल के 365 दिनों तक एटीएम कार्ड का प्रयोग पैसे निकालने के लिए किया जाने लगा ।
- आमतौर पर हर खाता धारक के पास एक डेबिट कार्ड ( ATM कार्ड ) जरूर होता है। जिसे बैंक द्वारा खाता खोलते समय जारी किया जाता है। डेबिट कार्ड सामान्यत: तीन प्रकार का होता है।
- Master Debit Card
- Visa Debit Card
- RuPay Debit Card.
- इन तीनों कार्डों में Master Card और Visa Card को यूनाईटेड स्टेट आफ अमेरिका (US) की कंपनी द्वारा संचालित किया जाता है । Master Card और Visa Card अन्तर्राष्ट्रीय लेन-देन को सपोर्ट करता है।
- जिसका शुल्क डेबिट कार्ड प्रोवाईड कराने वाली कम्पनियों द्वारा बैंक से किया जाता है।
- बाद में बैंक द्वारा हर वर्ष खाताधारक से सालाना एटीएम शुल्क के रूप में निश्चित रकम वसूल किया जाता है। Master Card और Visa Card की भागीदारी कुल कार्ड का लगभग 40-40 प्रतिशत है।
- RuPay Card की भागीदारी भारत में जारी हुए कुल एटीएम कार्डों की संख्या का लगभग 20 प्रतिशत है।
Difference Between Debit And Credit Card : Overview
डेबिट कार्ड
- RuPay डेबिट कार्ड को घरेलू कार्ड (Domestic card ATM Card) भी कहा जाता है। लोगाें में सामान्यत: इस बाात का भ्रम रहता है कि RuPay डेबिट कार्ड का प्रयोग केवल भारत मे ही किया जा सकताा है।
- लेकिन ऐसा नहींं है । RuPay डेबिट कार्ड का Platinum वर्जन आपको अन्तराष्ट्री्य लेन-देन की ईजाजत देता है । Rupay डेबिट कार्ड को National Payments Corporation of India (NPCI) के द्वारा जारी किया गया है।
- डेबिट कार्ड मुख्यतः खाताधारक के बैंक खाते से जुड़ा होता है। जिसका प्रयोग खाताधारक अपने बैंक में जमा की गयी राशि को निकालने के लिए करता है।
- खाताधारक अपने बैंक में जमा की गयी राशि को डेबिट कार्ड के माध्यम से तब तक पैसा निकाल सकता है, जब तक कि उसके खाते में जमा की गयी रकम समाप्त न हो जाय।
- हालांकि हर डेबिट कार्ड की एक लिमिट होती है कि वह प्रतिदिन कितना पैसा निकाल सकता है। यह लिमिट बैंक द्वारा तय की जाती है। बैंक खाते से धनराशि समाप्त हो जाने के पश्चात डेबिट कार्ड से पैसा नहीं निकाला जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड
- वहीं बैंक तथा अन्य फाईंनेंस कम्पनियों द्वारा अपने ग्राहक की लेन-देन की स्थिति की देखते हुए क्रेडिट कार्ड जारी किये जाते हैं। एक प्रकार से आपको उधार पैसे देने के लिए क्रेडिट कार्ड को जारी किया जाता है।
- क्रेडिट कार्ड किसी बैक खाते से जुड़ा हो यह जरूरी नहीं है। बैंक जब किसी व्यक्ति अथवा संस्थान को क्रेडिट कार्ड जारी करता है, तो उसकी एक लिमिट होती है।
- उस लिमिट के अन्दर ही धनराशि को निकाला अथवा आनलाईन शापिंग तथा पेमेंट किया जा सकता है। यह लिमिट 10 हजार से लेकर 3 से 4 लाख अथवा अधिक भी हो सकती है।
- लिमिट की राशि आपके इनकम, क्रेडिट स्कोर तथा आपके द्वारा लिये गये उधारी को चुकता करने में लगने वाले समय के आधार पर किया जाता है।
- समय से किस्तों को जमा करने के बाद आपका क्रेडिट लिमिट फाईंनेंस कम्पनियों द्वारा बढ़ा दी जाती है। इस समय कई कम्पनिया अपने कस्टमर को 0 प्रतिशत ईएमआई पर क्रेडिट कार्ड आफर कर रहीं हैं।
- लेकिन क्रेडिट कार्ड का मासिक शुल्क जो कि ईएमआई से अलग होता है, को कंपनी द्वारा हर माह वसूल किया जाता है। यह लगभग 500 रूपये मासिक से स्टार्ट हो सकता है।
- क्रेडिट कार्ड का प्रयोग आनलाईन अथवा आफलाईन शापिंग के लिए किया जा सकता है लेकिन एटीएम से पैसे निकालने के लिए इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
- हाॅं आप आलाईन शापिंग के द्वारा सोना की खरीदारी करके फिर उस सोने को आनलाईन बेच कर अपने बैंक अकाउंट में पैसे को ट्रांसफर कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड कई प्रकार के होते हैं।
- मुख्य रूप से Lifestyle Credit Cards, Shopping Credit Cards, Travel Credit Cards, Reward Credit Cards, Cashback Credit Cards, Fuel Credit Cards के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के क्रेडिट कार्ड फाईंनेंस कम्पनियों तथा बैंकों के द्वारा अपने यूजर्स के लिए जारी किया जाता है।
आर.बी.आई. ने नये Master Debit Card & Visa Debit Card जारी करने पर लगाये प्रतिबंध
इधर 06 अप्रैल 2021 तक भारत सरकार द्वारा एटीएम कार्ड बनाने वाले कम्पनियों को भारत में डेटा सेंटर स्थापित करने का आदेश दिया था। जिसकी समय सीमा 20 जुलाई 2021 थी। लेकिन एटीएम डेटा सेंटर भारत में स्थापित न कर पाने की दशा में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एटीएम कार्ड बनाने वाली कम्पनियों पर नये कार्ड जारी करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।
निश्चित रूप से इस प्रतिबंध का फायदा भारतीय एटीएम कार्ड Rupay Card को मिलेगा। Rupay Card का Platinaum Card अन्तर्राष्ट्रीय लेन देन की ईजाजत देता है। इसलिए संभव है कि आने वाले कुछ वर्षों में Rupay Card धारकों की संख्या Mastar Card और Visa Card की तुलना में अधिक हो जाय।
डेबिट कार्ड के लाभ और हानि
- यह कार्ड आपके बैंक से जुड़ा होता है। आप उतनी ही राशि खर्च कर सकते है, जितना की आपके बैंक अकाउंट में धनराशि हो।
- इस कार्ड के प्रयोग करने वाले ग्राहक आमतौर पर अपनी जरूरत से ज्यादा नहीं खर्च करते हैं, क्योंकि उनके डेबिट कार्ड पर कोई क्रेडिट लिमिट बैंक द्वारा नहीं दिया जाता और नही ओवर विड्राल की कोई सुविधा प्रदान की जाती है।
- जिसके कारण उपयोगकर्ता को उधरी को चुकता करने की कोई चिंता नहीं होती है। वह सिर्फ अपने धन का ही प्रयोग करता है।
- डोबिट कार्ड का प्रयोग आनलाईन शापिंग तथा स्वैप मशीन में स्वैप करने के साथ अनेक प्रकार के बिल पेमेंट तथा ईएमआई के भुगतान में किया जा सकता है।
- इस कार्ड का अपना यूनिक नम्बर होता है। यूनिक नम्बर और सीवीवी नम्बर तथा पिन नम्बर का प्रयोग कर भुगतान की प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है।
- इस कार्ड का एक दिन अथवा माह में ट्रांजेक्शन करने की लिमिट बैंक द्वारा तय की जाती है। लिमिट से अधिक धनराशि आप द्वारा नहीं निकाली जा सकती है।
क्रेडिट कार्ड के लाभ और हानि
- इस प्रकार के कार्ड के माध्यम से हर प्रकार का आनलाईन शापिंग कर सकते है तथा साथ-साथ ई कामर्स कम्पनियों पर आनलाईन तथा आफलाईन स्टोर पर कार्ड को स्वैप करके भुगतान किया भी किया जा सकता है।
- क्रेडिट कार्ड की सहायत से आप अपने बैंक के लोन की ईएमाई, इन्श्योरेंश की ईएमआई, बिजली बिल सहित अनेक प्रकार का पेमेंट कर सकते है।
- इस प्रकार के कार्ड से शापिंग करने पर वेलकम गिफ्ट के साथ-साथ 2 ये लेकर 10 प्रतिशत तक कैशबैक भी आफर किया जाता है। अनेक प्रकार के रिवार्ड प्वाइंट भी दिये जाते हैं। जिसका प्रयोग आप पुनः खरीदारी करने के लिए कर सकते हैं।
- अब बात करते हैं इसके हानि की। यह कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा न होकर एक प्रकार से लोन कार्ड की तरह होता है। इस कार्ड के प्रयोग के बदले मासिक चार्ज के साथ-साथ प्रोवाईड कराये गयी लिमिट की ईएमआई समय पर न जमा करने पर भारी जुर्माना लगाकर कंपनियों द्वारा अधिक धनराशि की वसूली की है।
- इस कार्ड की लिमिट तय होती है। प्रतिदिन के लिमिट अथवा मासिक लिमिट के आधार पर कार्ड को जारी किया जाता है। यह कार्ड सभी के लिए नहीं होता है।
- आपके इनकम, खर्च की करने की क्षमता, वेतन के आधार पर तथा आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर क्रेडिट कार्ड जारी किया जाता है। इसके लिए आपको बैंक अथवा फाईंनेन्सियल कंपनी को क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए आवेदन करना होता है।
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड (Debit and Credit card) को कैसे रखे सुरक्षित ?
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड को सुरक्षित रखने के कुछ महत्वपूर्ण उपाय निम्नलिखित हैं।
- आपको अपने डेबिट व क्रेडिट कार्ड नंबर (16 अंकों वाला नम्बर) व CVV नम्बर को गोपनीय रखना चाहिए तथा कार्ड पर उपलब्ध कराये गये पिन नम्बर को कभी भी दूसरों के साथ शेयर नहीं करना चाहिए।
- साथ ही साथ क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के पिन नम्बर को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। अपने कार्ड पर कभी भी पिन नम्बर नहीं लिखना चाहिए ।
- अनालईन भुगतान करने के बाद इसके डिटेल्स को इण्टरनेट ब्राउजर में सुरक्षित नहीं करना चाहिए। अच्छे एण्टीवायरस का प्रयोग अपने मोबाईल व कम्प्यूटर में करना चाहिए।
- भरोसेमंद आनलाईन स्टोर एवं आफलाईन दुकानों पर ही अपने कार्ड का प्रयोग करना चाहिए।
- कार्ड स्वैप करते समय अपने लेन-देन पर अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
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